टिहरी गढ़वाल: उत्तराखंड चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ (uttarakhand chaturth vargiya rajya karamchari mahasangh) टिहरी गढ़वाल के जिलाध्यक्ष एवं राजस्व विभाग के दो वरिष्ठ चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों का नियम विरुद्ध किए गए स्थानांतरण को निरस्त किए जाने की मांग को लेकर समस्त चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार कार्यक्रम 8 अगस्त से आज तक लगातार जारी है। जिसको लेकर अब आंदोलनरत कर्मचारी सड़को पर उतरने के लिए तैयार हो रहे है। कर्मचारियों द्वारा लगातार जिला प्रशासन पर बेवजह बिलम्ब और अनदेखा करने का आरोप लगा रहे है।
महासंघ के जिला महामंत्री पीएस नयाल ने कहा कि समस्त कर्मचारियों को जैसा कि समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानांतरण निरस्त करने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी उसके अनुकूल कोई भी निरस्तीकरण संबंधी आदेश महासंघ को सभा स्थल पर जिला प्रशासन से प्राप्त नहीं हुआ है। जो एक बहुत बड़ा सवाल पैदा करता है। जिसके फलस्वरूप कर्मचारियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए निर्णय लिया है कि जब तक नियम विरुद्ध किए गए स्थानांतरण जिला प्रशासन द्वारा निरस्त नहीं किया जाता तब तक महासंघ द्वारा घोषित कार्य बहिष्कार संबंधी कार्यक्रम आगामी कार्य दिवसों पर यथावत जारी रहेगा।
ADM Tehri द्वारा मीडिया रिपोर्ट्स और समाचार पत्रों में आयुक्त गढ़वाल और कार्मिक का नाम लेकर स्थानांतरण रद्द करने की बात कही थी जिसको लेकर महासंघ के जिलाध्यक्ष टिहरी ने किसी षड्यंत्र की आशंका से इंकार न करते हुए एडीएम टिहरी पर आरोप लगाए हैं और कहा है कि ऐसे कौन से कारण हैं जिनकी वजह से एडीएम द्वारा मीडिया को तो स्थानांतरण निरस्तीकरण की बात बताई जा रही है लेकिन धरना स्थल पर किसी तरह का कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है जो कई तरह के सवाल खड़े करता है। धरना 8 अगस्त से प्रारंभ हुआ था उसके अगले ही दिन मीडिया में स्थानांतरण निरस्त होने की खबरें चला दी गई थी और उसका पत्र अभी तक इतना समय बीत जाने के बाद भी प्राप्त नहीं हुआ है जो कर्मचारियों के साथ किसी तरह का छलावा मात्र हो सकता है।
जिलाध्यक्ष ने जिला प्रशासन से एक बार फिर शासनादेशों के विपरीत व नियमों के विरुद्ध हुए स्थानांतरण को निरस्त करने की मांग की है। वहीं प्रशासन ने अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही इस सम्बन्ध मे नही की है जिससे कर्मचारीयों का प्रशासन के प्रति रोष भी ब्याप्त है। जो आने वाले समय में कोई बड़ा रूप ले सकता है।