जिनेवा। भारत ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) पर झूठे प्रचार को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के मंच का दुरुपयोग करने और विश्व मंच पर झूठ फैलाने के लिए गुरुवार को पाकिस्तान को लताड़ लगाई।
भारत ने कहा कि पाकिस्तान खुद अपने क्षेत्र में धार्मिक, सांप्रदायिक और जातीय अल्पसंख्यकों का दमन रोकने में असफल रहा है। भारत ने पाकिस्तान को गलत सूचना फैलाने के बजाय अपनी खस्ताहाल अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण पर ध्यान देने की सलाह दी।
भारत ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कई सामाजिक-आर्थिक विकास पहलों के बाद जम्मू और कश्मीर में बड़े पैमाने पर प्रगति देखी गई है। हम समझते हैं कि पाकिस्तान के लिए जम्मू-कश्मीर की सर्वांगीण प्रगति देखना मुश्किल भरा है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 57वें सत्र के दौरान बुधवार को दिए गए पाकिस्तान के बयान को दृढ़ता से खारिज करते हुए आतंकवादियों को पनाह देने, सहायता करने और सक्रिय रूप से समर्थन करने के पड़ोसी के इतिहास और नीति पर प्रकाश डाला।
भारत ने कहा कि झूठे प्रचार के लिए परिषद के समय का दुरुपयोग कर पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देने और प्रायोजित करने के अपने घिनौने रिकार्ड से ध्यान भटकाना चाहता है। राजनीतिक हिंसा और अल्पसंख्यकों के दमन के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा पाकिस्तान की बार-बार की जा रही आलोचना का भी जिक्र किया गया।